जमशेदपुर, अक्टूबर 19 -- यूरोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में अंतिम शनिवार को कोलकाता से आए एम्स पटना के डॉ. नवीन कुमार, डॉ. प्रेम कुमार रांची, डॉ. उदय चटर्जी ने कहा कि जन्म से बच्चों के पेशाब की थैली में रुकावट का जन्म के बाद ही ऑपरेशन करा लेना चाहिए नहीं तो इससे किडनी प्रभावित होती है। एनएच-33 पर स्थित एक होटल में आयोजित कॉन्फ्रेंस में एम्स पटना के डॉ. कमलेश गुंजन ने क्विज मास्टर के रूप में पीजी छात्रों की क्विज कराई। रायपुर से डॉ. प्रमोद राय, कोलकाता के डॉ. निलांजन मित्रा, विनोद केवी ने पुरुषों में नपुंसकता और शीघ्र पतन पर चर्चा की। बताया गया कि बढ़ता तनाव भी इसका एक बड़ा कारण है। वहीं, खानपान की शैली बदल गई। यूरोलॉजी ट्रस्ट ऑफ ओडिशा ट्रस्ट ओरेशन में इस बार डॉ. हरप्रीत सिंह को बुलाया गया। उन्होंने स्टोन से किडनी को खरा...