रांची, जून 11 -- खलारी, निज प्रतिनिधि। 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पूरे देश में मनाया जाता है। यह दिन बाल श्रम को समाप्त करने और बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से समर्पित है। यह बातें चाइल्ड प्रोटेक्शन से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता मुन्नू शर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि बच्चों का जीवन काम के लिए नहीं, बल्कि शिक्षा और समग्र विकास के लिए होना चाहिए। उन्होंने बताया कि बाल श्रम में लिप्त बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित होता है। ऐसे बच्चे स्वयं को अन्य बच्चों से हीन समझते हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास टूटता है और उनका सुनहरा भविष्य श्रम के बोझ तले दब जाता है। मुन्नू शर्मा ने कहा कि विभिन्न प्रतिष्ठानों में अब भी बाल श्रम कराया जा रहा है, जिसे रोकना समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। बच्चों के बचपन की रक्षा करन...