नई दिल्ली, दिसम्बर 19 -- आज के समय में सभी पेरेंट्स की बस एक ही ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा बड़ा होकर सफल और संस्कारी बने। हालांकि सफलता की इस रेस में माता-पिता अकसर यह भूल जाते हैं कि उनका बच्चा कोई 'प्रोजेक्ट' नहीं है जिसे उन्हें पूरा करना है, बल्कि वह एक छोटे पौधे की तरह है, जिसे उसके बचपन में उचित खाद और पानी की जरूरत होती है। हमारे आसपास अकसर कई बार कुछ ऐसे पेरेंट्स नजर आ ही जाते हैं, जो अपनी इच्छाओं का बोझ भी बच्चे के कमजोर कंधों पर ही डाल देते हैं। जिसकी वजह से उनका असली हुनर कहीं दबकर रह जाता है। अगर आप खुद अपने बच्चे के साथ ऐसा कुछ कर रहे हैं तो सद्गुरु (Sadhguru) के विचार हमें पेरेंटिंग का एक बिल्कुल नया नजरिया देने वाले हैं। जिनकी मदद से आप बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और बेहतर परवरिश के तरीके सीख सकते हैं।सद्गुरु के 7 सुनहरे पेर...