दिल्ली, अगस्त 13 -- आवारा कुत्तों को दिल्ली की गलियों से हटाकर शेल्टर होम में कैद करने वाले सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दो धड़े हो गए हैं। एक शीर्ष अदालत के फैसले को जरूरी बताते हुए समर्थन कर रहा है तो वहीं दूसरा इसके खिलाफ है। कोर्ट के आदेश पर अब मशहूर लेखक और उद्यमी सुहेल सेठ ने भी आपत्ति जताई है। उन्होंने कोर्ट के फैसले पर निराशा जताते हुए कहा कि आपका आदेश बच्चे को नहाने के पानी के साथ फेंकने जैसा है। उन्होंने आवारा कुत्तों को लेकर सुझाए गए तरीकों पर भी चिंता जताई। लेखक सुहेल सेठ ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से निराश हूं। मैं उन तरीकों को लेकर बहुत चिंतित हूं,जो उन्होंने इसे लागू करने के लिए सुझाए हैं। हम देख चुके हैं कि हमारे ज्यादातर शहरों और राज्यों की राजधानियों में प्रशासन कितना कमजोर है। यह 'बच्चे को नहाने के पानी के साथ ...