नई दिल्ली, अगस्त 4 -- जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में एक अदालत ने हाल ही में एक ऐसा फैसला सुनाया जिसने सभी का दिल छू लिया। एक पिता ने अपने 10 साल के बेटे की कस्टडी और स्कूल बदलवाने के लिए अदालत में याचिका दी थी, लेकिन बच्चे ने कहा कि वह अपने पिता से मिलना ही नहीं चाहता। अदालत ने भी पिता की याचिका खारिज कर दी और टिप्पणी करते हुए कहा कि "बेटे का दिल प्यार से जीतिए, मुकदमे से नहीं।" बार एंड बेंच में छपि खबर के मुताबिक, कोर्ट ने बच्चे से अकेले में और खुले अदालत कक्ष में बातचीत की। बच्चा कक्षा 3 में पढ़ता है। उसने अपने बयान में कहा- "मैं अपने पापा से नहीं मिलना चाहता।" अदालत ने इस पर कहा कि बच्चे को जबरदस्ती पिता के पास भेजना उसके साथ मानसिक ज़ुल्म जैसा होगा। अदालत ने यह फैसला 31 जुलाई को सुनाया और पिता की कस्टडी व विजिटेशन राइट्स से जुड़ी या...