गोरखपुर, जुलाई 3 -- हाटा बाजार। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक-यूनानी टीम ने बुधवार को गगहा क्षेत्र के हाटाबाजार में संचालित हो रहे मुकेश चाइल्ड केयर हॉस्पिटल में इंजेक्शन लगाने से बच्ची की मौत के मामले में जांच की। टीम को अस्पताल के एक कमरे में कुछ आयुर्वेदिक दवाओं के अलावा कुछ नहीं मिला। ऐसा माना जा रहा है कि टीम के आने से अस्पताल में रखीं दवाइयां, गहन चिकित्सा प्रणाली उपकरण, बेड सहित मरीजों के इलाज में काम आने वाले उपकरण हटा दिए गए। टीम ने अस्पताल के रजिस्ट्रेशन की जांच की जो 31 मार्च 26 तक वैध मिला। टीम में शामिल डॉ. उदयभान यादव, डॉ. प्रमोद यादव, डॉ. आशीष राय ने कहा कि यूनानी पद्धति से केवल दवा दी जा सकती है। इंजेक्शन का प्रयोग किसी भी दशा में नहीं करना है। टीम में शामिल अधिकारियों ने बताया कि जांच की रिपोर्ट बनाकर अधिकारियों को भेजी जायेगी। उध...