रांची, अगस्त 4 -- झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का निधन हो गया है। उन्हें दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नाम से जाना जाता है। 11 जनवरी 1944 को रामगढ़ के नेमरा गांव में जन्मे शिबू सोरेन ने अपने संघर्षमय जीवन से न केवल झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया, बल्कि लाखों लोगों के लिए प्रेरणा भी बने। लेकिन उनकी कहानी, जो एक छोटी सी चिड़िया की मौत से शुरू हुई, आज भी हर किसी को अहिंसा और संघर्ष की राह दिखाती है।चिड़िया की मौत ने बदल दी राह शिबू सोरेन का बचपन सामान्य था, लेकिन एक घटना ने उनकी जिंदगी को हमेशा के लिए बदल दिया। नौ साल की उम्र में, 1953 में दशहरे के दिन, उनके पिता सोबरन सोरेन घर में मोर का पंख निकाल रहे थे। तभी पालतू चिड़िया (भेंगराज) बार-बार उनके पैर में चोंच मारने लगी। परेशान होकर सोबरन ने बंदूक की नोंक से चिड़िया को...