हापुड़, जुलाई 4 -- मोहर्रम माह के अवसर पर गांव बक्सर में पारंपरिक रूप से अलम जुलूस का आयोजन किया गया। गुरुवार को हुसैन कमेटी बक्सर के तत्वावधान में आयोजन शांतिपूर्वक और धार्मिक श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ। हुसैन कमेटी के अध्यक्ष अफसार अंसारी ने बताया कि उनके पुरखों के जमाने से, यानी लगभग सौ वर्षों से भी अधिक समय से मोहर्रम के अवसर पर ताजिया और अलम का जुलूस निकाला जाता रहा है। यह परंपरा आज भी उसी श्रद्धा और नियमों के साथ निभाई जा रही है। उन्होंने बताया कि मोहर्रम माह इस्लाम धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह महीना इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत की याद में शोक और मातम के रूप में मनाया जाता है। यह इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना होता है और इसे इस्लामी नववर्ष की शुरुआत के रूप में भी देखा जाता है। 61 हिजरी (680 ईस्वी) में कर्बला की ल...