मधुबनी, अगस्त 13 -- मधुबनी। जिले के रात्रि प्रहरियों का गुस्सा आखिरकार सड़क पर फूट पड़ा। मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में रात्रि प्रहरियों ने डीइओ कार्यालय के बाहर जमकर हंगामा व नारेबाजी की। उनकी मांग थी कि 2021 से 2025 तक लंबित मानदेय का भुगतान। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि चार साल से उन्हें एक भी रुपया नहीं मिला है, जिससे उनके परिवार भूखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। रात्रि प्रहरी संघ के अध्यक्ष उपेंद्र कुमार ने बताया कि जिले के 214 विद्यालयों में तैनात रात्रि प्रहरियों को पहले प्रति माह 5000 मानदेय मिलता था, लेकिन अगस्त 2025 से राज्य सरकार ने इसे बढ़ाकर 10,000 कर दिया। विडंबना यह है कि न तो बढ़ी हुई दर से भुगतान शुरू हुआ है व न ही पिछले चार साल का बकाया चुकाया गया है। जबकि वे दिन-रात विद्यालयों की सुरक्षा करते हैं, लेकिन सरकार और शिक्षा विभा...