कुशीनगर, जून 3 -- कुशीनगर। पिछले तीन पेराई सत्र से बंद कप्तानगंज चीनी मिल ने वर्षों से किसानों के बकाये गन्ना मूल्य का भुगतान तो कर दिया मगर अब नये सिरे से चीनी मिल को चलाना चुनौती होगी। मिल नये पेराई सत्र से मिल चलाने का दावा किया है। उधर गन्ना मुल्य भुगतान का श्रेय लेने में सत्त पक्ष के साथ ही विपक्ष भी जुट गया है। गन्ना किसानों के बकाये के कारण तीन वर्षों से कप्तानगंज की चीनी बंद पड़ी रही। तकनीकी जानकारी रखने वाले विशेषज्ञ के मुताबिक 20 से 25 करोड़ की रकम कल पुर्जों के रिप्लेसमेंट और मेंटीनेंस कार्य में लगने की उम्मीद है। चीनी मील के कल पुर्जों को संचालित करने के साथ इससे जुड़ी अदृश्य समस्याएं भी काफी मात्रा में हैं, जिन्हें पुन: पटरी पर लाना होगा। मिल का बॉयलर, बॉयालिंग हाउस, पाइप लाइन समेत दर्जनों अन्य मशीनरियां विभाग को दुरुस्त करनी...