धनबाद, सितम्बर 10 -- धनबाद, मुकेश सिंह पावर प्लांटों से बकाया वसूली नहीं हुई तो बीसीसीएल को बैंक से कर्ज लेकर बोनस का भुगतान करना होगा। ज्यादा कीमत के कारण बीसीसीएल के कोयले की मांग घटी है। इससे बीसीसीएल की आर्थिक चुनौतियां बढ़ी हैं। पहले से बैंक से बीसीसीएल ने वेतन भुगतान सहित अन्य खर्च के लिए लगभग 1400 करोड़ रुपए कर्ज लिया है। बीसीसीएल के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लगभग 2600 करोड़ रुपए बीसीसीएल का पावर प्लांटों के पास कोयले का बकाया भी है। इसलिए रियलाइजेशन (वसूली) पर कंपनी जोर दे रही है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बीसीसीएल ने अपने कर्मियों को वेतन देने व अन्य खर्चों के लिए बैंकों से पावर प्लांटों के बकाया के आधार पर लेटर ऑफ क्रेडिट के तहत कर्ज लिया है। पावर प्लांटों से अपेक्षित रियलाइजेशन नहीं होने के कारण बीसीसीएल को बोनस भुगतान के...