पाकुड़, नवम्बर 4 -- पाकुड़िया। प्रखंड के उदयपुर गांव निवासी सुनीता हेम्ब्रम महिला सशक्तिकरण की मिसाल बन चुकी हैं। सुनीता जियड़ झरना आजीविका स्वयं सहायता समूह में जुड़ने से पहले पूरी तरह बेरोजगार थी और रोजगार की तलाश में थीं। तभी समूह से जुड़कर सुनीता का चयन आजीविका कृषक सखी के रूप में हुआ। उन्होंने जेएसएलपीएस के माध्यम से खेती बाड़ी का प्रशिक्षण लिया। इसके बाद उन्होंने समूह से 40 हजार रुपये का ऋण लेकर एक एकड़ जमीन में सब्जी की खेती शुरू की और उस मुनाफे के रूपये से सुनीता ने 20 बकरी खरीद कर पशु पालन शुरू किया। कुछ महीने में ही उन्हें 15 हजार रुपये का अच्छा मुनाफा हुआ। इससे प्रभावित होकर वह सेकेंड हैंड ट्रैक्टर भी खरीद ली है। वर्तमान में उनके पास 30 बकरियां और 15 मुर्गीयां हैं। इससे उनकी सालाना आय एक लाख रुपये से अधिक हो गई है। अब उनका परिवार ...