दरभंगा, मई 10 -- बकरी पालन इन दिनों महिलाओं के लिए आय का बड़ा जरिया बन गया है। यह आर्थिक रूप से कमजाेर महिलाओं की आजीविका का सशक्त साधन भी है। हाल के दिनों में बकरियों के दूध की भी डिमांड बढ़ी है। डेंगू जैसी बीमारियों से बचने के लिए लोग बकरी के दूध की डिमांड करते हैं। इससे बकरी पालकों की आमदनी भी बढ़ी है। हालांकि इस काम में कई चुनौतियां सामने आ रही हैं। रीता देवी, हीरा देवी, रूपा देवी, सरिता देवी, पूजा देवी, संजीला देवी, रंजू देवी, मूर्ति देवी और गौरी देवी ने बताया कि अच्छी नस्ल की बकरियां खरीदना मुश्किल होता है। चारा उगाने और बकरियों का इलाज कराने में भी परेशानी आती है। जानकारी की कमी और पैसों की तंगी के कारण वे कम उत्पादक नस्लों पर निर्भर हैं। वैज्ञानिक तरीके से चारा उगाने की जानकारी नहीं है। सूखा और बाढ़ के समय चारे की भारी कमी हो जाती...
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