गोरखपुर, जून 5 -- गोरखपुर, निज संवाददाता। शहर में बड़े ही अदबो-एहतराम के साथ ईद-उल-अजहा का त्योहार सात जून को मनाया जाएगा। ऐसे में मकतब इस्लामियात तुर्कमानपुर के शिक्षक कारी मुहम्मद अनस रजवी ने बताया कि दीन-ए-इस्लाम में कुर्बानी देना वाजिब है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार छह जून को फज्र की नमाज से लेकर हर फर्ज नमाज के बाद तकबीरे तशरीक पढ़ी जाएगी। जिसका सिलसिला 10 जून की असर की नमाज तक जारी रहेगा। जमात से जो नमाज अदा की जाएगी उसमें ही तकबीरे तशरीक पढ़ी जाएगी। सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफरा बाजार के इमाम हाफिज रहमत अली ने कहा कि दीन-ए-इस्लाम में दो खास ईद है, ईद-उल-फित्र व ईद-उल-अजहा। ईद-उल-फित्र व ईद-उल-अजहा के दिन रोजा रखना हराम है क्योंकि यह दिन मेहमान नवाजी का है। साथ ही कहा कि कुर्बानी का फोटो व वीडियो न बनाएं और न ही अपने कुर्बानी के जानवर क...