मधुबनी, अगस्त 17 -- पंडौल, एक संवाददाता। ग्रामीण ने बताया कि क्षेत्र में बंदरों का आतंक लंबे समय से बना हुआ है। बंदर खेतों की फसल, घर का खाना और फल-फूल तक लूट ले जाते हैं। ग्रामीणों ने कहा कि अब तक दर्जनों लोग बंदरों के काटने से घायल हो चुके हैं और लोग बंदरों के डर से घर से बाहर निकलने में भय महसूस करते हैं। ग्रामीणों ने डीएम ,सदर एसडीओ और अंचल अधिकारी से जल्द से जल्द बंदरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। वहीं मृतक के परिजनों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग भी की है। मृतक रामनाथ चौधरी अपने पीछे वे एक पुत्र अमित कुमार चौधरी, तीन पुत्रियों सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। घटना के बाद पूरे गांव में मातम छा गया और भय का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि रामनाथ चौधरी की मौत ने एक बार फिर उस भयावह सच को उजागर कर दिया है, जिससे शाहपुर और आसपा...