संभल, फरवरी 21 -- बंदरों के आतंक से परेशान लोगों की एक और दर्दनाक घटना सामने आई है। गुन्नौर कोतवाली क्षेत्र के गांव केल की मढैया में आशा देवी पत्नी सत्यराम गुरुवार को छत पर धूप सेंक रही थीं, जब बंदरों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया। बंदरों से बचने के लिए वह घबराकर भागने लगीं। इसी दौरान उनका पैर फिसल गया और वह दो मंजिला छत से नीचे गिर गईं, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। परिजनों ने तुरंत 108 एंबुलेंस की मदद से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुन्नौर पहुंचाया, जहां उनका इलाज जारी है। स्थानीय लोगों ने इस घटना पर बंदरों के आतंक से निपटने के लिए उचित कदम उठाने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...