हरिद्वार, अगस्त 29 -- लाहरपुर गांव में बंदरों के आतंक से परेशान ग्रामीणों का सब्र अब टूट गया है। शुक्रवार को भारी संख्या में ग्रामीणों ने चिड़ियापुर रेस्क्यू सेंटर पर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने रेस्क्यू सेंटर प्रभारी को डीएफओ के नाम ज्ञापन सौंपा। आरोप लगाया कि केंद्र से बंध्याकरण के बाद बंदरों को उनके गांव और आसपास के इलाकों में छोड़ दिया जाता है। यही वजह है कि बंदर फसलों को उजाड़ने के साथ-साथ ग्रामीणों और बच्चों पर हमला कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गेहूं, धान और सब्जी की फसल लगातार बर्बाद हो रही है। इतना ही नहीं, घरों में रखा खाने-पीने का सामान भी बंदर खराब कर रहे हैं। कई बार शिकायत करने और प्रार्थना पत्र देने के बावजूद अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया। स्कूली बच्चों और राहगीरों पर बंदरों के हमले से कई लोग घायल भी हो चुके हैं...