अलीगढ़, नवम्बर 8 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। अवैध कब्जेधारकों ने 1947 में हुए बंटवारे में पाकिस्तान जाने वाली जमीनों को भी नहीं छोड़ा। सरकार के अधीन इन शत्रु सम्पत्तियों के नाम पर जिले में बड़ा खेल चल रहा है। अरबों की संपत्ति पर अवैध कब्जों हो चुके हैं। ताजा मामला थाना अकराबाद के कस्बा पिलखना का है। जहां शत्रु सम्पत्ति पर अवैध कब्जे के मामले में केन्द्रीय गृह मंत्रालय के शत्रु सम्पत्ति अभिरक्षक कार्यालय ने जांच बैठा दी है। भारत के बंटवारे के समय पाकिस्तान चले गए लोगों की संपत्ति को शत्रु संपत्ति नाम दिया गया था। यह सरकारी संपत्ति की तरह प्रयोग होती हैं। मालिकाना हक प्रशासन का होता है। जिले में पदेन उप अभिरक्षक शत्रु संपत्ति के रूप में डीएम होते हैं। यहीं संरक्षण करते है। जिले में कुल 48 संपत्ति शत्रु संपत्ति हैं। इनमें सबसे अधिक दो दर्जन...