नवादा, जुलाई 3 -- कौआकोल। एक संवाददाता जिले के उग्रवाद प्रभावित तथा जंगल एवं पहाड़ियों के किनारे बसे कौआकोल प्रखंड के सेखोदेवरा पंचायत के बंगवाटांड़ गांव के ग्रामीणों को आजादी के बाद आज तक पक्की सड़क भी नसीब नहीं हो सकी है। लिहाजा ग्रामीणों को मुख्य रूप से निकटवर्ती बाजार सहित अन्य स्थानों तक आने जाने के लिए कच्ची सड़क व पगडंडियों का सहारा लेना पड़ रहा है। इससे ग्रामीणों को काफी परेशानी होती है। खासकर बारिश के दिनों में पैदल पांव ही कच्ची पगडंडियों के सहारे बाजार एवं प्रखंड कार्यालय पहुंचना उनके लिए बड़ी मुसीबत बन जाती है। जबकि केन्द्र तथा राज्य सरकार अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के विकास के लिए तरह तरह की योजनाएं चला रखी है। क्षेत्रीय विधायक डंका पीटते चल रहे हैं कि अपने क्षेत्र में विकास की गंगा बहा दी। बावजूद इस गांव के अनुसूचित जात...