शामली, अप्रैल 17 -- जनपद शामली में फ्लाईओवर की कमी अब जानलेवा साबित हो रही है। शहर के प्रमुख चौराहों पर वाहनों का दबाव दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, लेकिन आधुनिक ट्रैफिक व्यवस्था और फ्लाईओवर जैसे बुनियादी ढांचे के अभाव में सड़क हादसों की संख्या चिंताजनक रूप से बढ़ गई है। पिछले एक महीने में चार लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें दो सगे भाई और मां-बेटा शामिल है। उक्त हादसों में दर्जनों लोग घायल भी हो चुकी है। जनपद शामली बने 14 साल हो चुके है। पिछले 14 साल में शामली ने तरक्की की नई इबारत लिखी गई। 2011 में शामली को जिले का दर्जा मिला तो इसकी रफ्तार ओर तेज हुई। मेरठ-करनाल फोर लेन बनने से तो यहां से करनाल का रास्ता ही एक घंटे से भी कम का रह गया है। शहर के चारो ओर हाईवों का निर्माण किया गया, लेकिन हाईवों को बने करीब तीन वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है, ल...