रांची, मई 17 -- रांची, विशेष संवाददाता। विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक महासंघ (फ्रुक्टाज) की बैठक शुक्रवार को डॉ ओंकार नाथ श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई। इसमें रांची विश्वविद्यालय और झारखंड के अन्य विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार और कार्य अपसंस्कृति का मुद्दा उठाया गया। सेवानिवृत्ति शिक्षकों ने राजभवन से यह मांग की कि वर्तमान में चल रही विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति नियुक्ति की प्रक्रिया में पारदर्शिता बरती जाए और इस पद योग्य व ईमानदार शिक्षक की नियुक्ति हो। बैठक में सेवानिवृत्त शिक्षकों के बकाया भुगतान समेत कई मुद्दे उठाए गए। शिक्षकों का कहना था कि जुलाई 2024 से दिसंबर 2024 तक का महंगाई भत्ते की अंतर राशि का भुगतान लंबित है। वहीं, जनवरी 2025 से बढ़े हुए महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी (2 प्रतिशत) का भुगतान भी अब तक लागू नहीं किया गया...