बलिया, अक्टूबर 4 -- बलिया, संवाददाता। फौजी बेटे संग शनिवार को मां की अर्थी उठी तो मौजूद हर किसी की आंखे नम हो गयी। मां-बेटे का अंतिम संस्कार टोंस नदी के किनारे किया गया। मुखाग्नि फौजी के चचेरे भाई दीपक ने दी। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में तैनात मनोहर पांडेय लम्बे समय से बीमार थे। उनका इलाज चंडीगढ़ के सैनिक अस्पताल में चल रहा था। गुरुवार को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गयी। एकलौते बेटे की मौत का सदमा मनोहर की मां 60 वर्षीय बसंती देवी सहन नहीं कर सकी। बताया जाता है कि गुरुवार की रात उन्होंने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर दिया। मां-बेटे की एक साथ हुई मौत के बाद गांव-जवार में मातम पसर गया। बताया जाता है कि शनिवार को चंडीगढ़ से फौजी का शव गांव पहुंची। इसके कुछ देर बाद पोस्टमार्टम के बाद उनकी मां की लाश भी गांव पहुंच गयी। दरवाजे पर मां-बेटा के श...