सीतापुर। राजीव गुप्ता, अगस्त 11 -- यह कहानी है सीतापुर के खैराबाद (अवध) के एक शख्स की, जिसने फैशन की दुनिया छोड़कर आम की लुप्त होती प्रजातियों को बचाने का बीड़ा उठाया है। दिल्ली के प्रतिष्ठित कॉलेज एनआईएफटी से फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई करने वाले मोहम्मद फहद फारूकी आज एक सफल किसान बन गए हैं और अपने 40 एकड़ के बाग में 150 से अधिक किस्मों के आमों का संरक्षण कर रहे हैं। पुश्तैनी काम को बनाया नया मिशन फहद बताते हैं कि पढ़ाई के बाद उन्होंने एक साल नौकरी भी की, लेकिन पिता के निधन के बाद उन्हें पुश्तैनी बागवानी का काम संभालना पड़ा। इस दौरान उन्होंने देखा कि आम की कई पुरानी प्रजातियां खत्म हो रही हैं। तभी उन्होंने इन प्रजातियों को बचाने का मिशन शुरू किया। उन्होंने पुराने पेड़ों की टहनियों से कलम तैयार कर नर्सरी विकसित की और लुप्त हो रही किस्मों को द...
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