फरीदाबाद, सितम्बर 17 -- अध्ययन ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट के शोध में खुलासा खून में मिले खास मेटाबोलाइट्स से बीमारी का पता लग सकेगा धनंजय चौहान, फरीदाबाद। फैटी लिवर रोग की पहचान के लिए अब कई जांच प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। खून जांच से इसका स्पष्ट पता चल जाएगा। ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (टीएचएसटीआई) के शोधकर्ताओं के अध्ययन से यह आसान होगा। शोध के दौरान खून में ऐसे खास तत्वों (मेटाबोलाइट्स) की पहचान की गई है, जो इस रोग की काफी हद तक पुष्टि कर सकेंगे। बदलती जीवनशैली और गलत खानपान की वजह से फैटी लिवर रोग (नॉन-अल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज) दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहा है। यह बीमारी अक्सर मोटापा, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी दिक्कतों से जुड़ी होती है, लेकिन अब तक इसकी शुरुआती पहचान और बढ़ने...