लखनऊ, अगस्त 1 -- लंग कैंसर जागरुकता दिवस आज -तीसरी या चौथी स्टेज में सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण नजर आते हैं -केजीएमयू रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग ने 100 मरीजों पर किया अध्ययन -30 से 40 फीसदी मरीज ही बीड़ी-सिगरेट के लती थे, बाकी कोई नशा नहीं करते थे लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। रजनीश रस्तोगी फेफड़े के कैंसर के 90 फीसदी मरीजों में शुरुआती लक्षण नजर नहीं आते हैं। तीसरी या चौथी स्टेज में लंग कैंसर के मामूली लक्षण दिखते हैं जिन्हें 70 से 80 प्रतिशत मरीज सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। समय पर इलाज न मिलने से बीमारी गंभीर हो जाती है। यह तथ्य केजीएमयू रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्ययन में सामने आएं हैं। रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग ने एक साल के दौरान लंग कैंसर के 100 मरीजों को अध्ययन में शामिल किया। इनमें 90 प्रतिशत मरीजों में कैंसर के शुरुआती ल...