सिमडेगा, मार्च 7 -- सिमडेगा आदिवासी बहुल सिमडेगा जिला जहां हड़िया दारू बनाना और बेचना ग्रामीण महिलाओं की नियति बन गई थी। इस पेशा में उन्हें काफी परेशानी भी होती थी। लोग इज्जत नहीं करते थे। लेकिन परिवार का भरण पोषण करने की मजबूरी उन्हे नशे के कारोबार से जोड़े हुए थी। लेकिन फिर फूलो झानो आशीर्वाद योजना आई। और नशे के कारोबार से जुड़ी महिलाओं की जिंदगी में एक बदलाव लाना शुरू कर दी। जेएसएलपीएस ने सिमडेगा के ग्रामीण इलाकों में रहकर नशे का काम कर रही महिलाओं का हाथ थामा और उन्हे इज्जत भरी एक अच्छी जिंदगी की राह दिखाया। पाकरटांड़ प्रखंड के सिकरियाटांड़ पंचायत के सोगडा डोंगाटोली भी एक ऐसा गांव था। जहां हर घर में शराब बनाना और बेचना ही एक मात्र रोजगार था। लेकिन फूलो झानो का आशीर्वाद इस टोला के किए वरदान बन गया। अब ग्रामीण आज मांदर, चूड़ी आदि का व्य...