समस्तीपुर, जून 21 -- फूल हमेशा लोगों को बेहतर, खुश और अधिक आशावादी बनाते हैं, वे आत्मा के लिए धूप, भोजन और दवा हैं अमेरिकी वनस्पति वैज्ञानिक लूथर बरबैंक के ये वाक्य उन लोगों के लिए मायने रखते हैं जो फूलों के बीच दिन-रात गुजारते हैं। पहले फूल कारोबार पर माली समाज के लोगों का अधिपत्य हुआ करता था, लेकिन अब हरेक तबके के लोग फूलों के कारोबार से जुड़े हैं। शादी विवाह, दीपावली, नवरात्रि जैसे पर्वों पर फूल कारोबार ग्राहकों की भीड़ से महक उठता है, लेकिन चंद दिनों की चांदनी के बाद फिर कारोबार प्रभावित हो जाता है। वहीं, फूलों का व्यापार करने वाले आज तमाम दुश्वारियों का सामना कर रहे हैं। सुबह तीन-चार बजे से अपना दिन शुरू करने वाले फूलों के व्यापारियों की मेहनत को हमेशा से अनदेखा किया जाता रहा है। कभी-कभी कर्ज भी लेना पड़ता है। इस कारोबार को करने वाले ल...
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