लखनऊ, मार्च 3 -- कभी चंबल में बंदूकों की गरज से आतंक मचाने वालीं कुसुमा नाइन ने शनिवार को चुपचाप ही दुनिया से विदा ले ली। सालों तक खौफ का पर्याय रही कुसुमा नाइन को टीबी हो गया था और इसी के चलते उनकी जान चली गई। दस्यु सुंदरी फूलन देवी से कुसुमा की सीधी अदावत थी और उससे बदला लेने के लिए कुसुमा ने 15 मल्लाहों को लाइन में खड़ा कर गोलियों से भून डाला था। यह कांड औरेया जिले के अस्ता गांव में हुआ था, जिसे उसने लाला राम और श्रीराम के साथ मिलकर अंजाम दिया था। कहा जाता है कि लालाराम के साथ उसके प्रेम संबंध भी थे। लालाराम से बदला लेने के लिए फूलन देवी ने कानपुर देहात के बेहमई गांव में 22 लोगों को लाइन में खड़ा कर मार डाला था। इसी का बदला लेते हुए लालाराम के साथ मिलकर कुसुमा नाइन ने 15 मल्लाहों का कत्ल कर दिया था। यह क्रूरता यहीं खत्म नहीं हुई थी बल्...