गंगापार, जुलाई 31 -- पखवाड़ेभर बाद फिर से यमुना रौद्र रूप धारण करते हुए उफान पर है। जिससे एक बार फिर से घूरपुर से लेकर लालापुर क्षेत्र के तराई में बसे गांवों के लोगों में खतरे की आशंका से लोग सहमे है। जानकारों की माने तो जिस तरह से यमुना के जल स्तर में वृद्धि होती दिखाई दे रही है यदि इसी तरह से आगे के दिनों में भी रहा तो तराई के दर्जनों गांवों को संकट से जूझना पड़ सकता है। घूरपुर के बसवार, अमिलिया, पालपुर, इरादतगंज, सारीपुर, बीकर, देवरिया, मोहिनी का पूरा, कंजासा, कैनुआ, बिरवल और लालापुर के जगदीशपुर, कचरा मानपुर, महेरा, पचवर, मझियारी, अमिलिया तरहार, नौडिया, सेमरी, प्रतापपुर, पड़ुआ आदि गांव यमुना की तराई में बसे है। यमुना जब उफान में आती है तो सबसे ज्यादा समस्या घूरपुर के कंजासा गांव को तो लालापुर के मझियारी आमद चायल गांव को होती है। बाढ़ म...
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