मुजफ्फर नगर, फरवरी 26 -- रामराज। महाभारतकालीन महर्षि दुर्वासा की तपोभूमि फिरोजपुर शिव मंदिर में जलाभिषेक करने से हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। महाशिवरात्रि पर लाखों कांवड़िए भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। यह मंदिर शिवभक्तों की आस्था का केंद्र है। महाभारतकालीन महर्षि दुर्वाशा ने फिरोजपुर सिद्धपीठ शिव मंदिर की स्थापना कर यहां कठोर तपस्या की थी। इस दौरान माता गांधारी और कुंती महाभारत युद्ध के समय अपने-अपने पुत्रों की विजय का आशीर्वाद लेने आई थीं। किदवंती है कि फिरोजपुर गांव के कुछ ग्वाले गाय चराने इसी मंदिर के पास से जाते थे। गायों के झुंड से निकलकर एक बछिया रोजाना पत्थर पर दूध की धारा गिराती थी। इसकी चर्चा उस समय के जमींदार हैदर अली तक पहुंची। उन्होंने कुछ मजदूरों को उस टीले की खुदाई करने के लिए भेजा। बताया जाता है कि जितनी खुदाई की जाती प...
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