लखनऊ, सितम्बर 8 -- केजीएमयू में फिजियोथेरेपी के छात्रों को रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग में विशेष प्रशिक्षण मिलेगा। पल्मोनरी रिहैबिलिटेशन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। छात्रों को दो सप्ताह फेफड़े की फिजियोथेरेपी की बारीकियां सिखाई जाएंगी। यह घोषणा केजीएमयू कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने दी। वह सोमवार को रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग में फिजियोथेरेपी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि फिजियोथेरेपी की पढ़ाई के दौरान फेफड़ों को मजबूत बनाने का तौर-तरीका सीखाया जाएगा। विभाग के अध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत ने कहा कि फिजियोथेरेपी के माध्यम से फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ाई जा सकती है। रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग में प्रदेश का पहला पल्मोनरी रिहैबिलिटेशन सेंटर संचालित हो रहा है। जहां सांस के मरीजों की फिजियोथेरेपी कराई ज...