लखनऊ, मार्च 11 -- लोहिया एचआरएफ में लगातार गड़बड़ियां, दवा चोरी, घपलेबाजी के मामलों के बाद भी संस्थान के आला अफसर चुप्पी साधे हैं। संस्थान में नियमों को दरकिनार कर अफसरों ने करीबी चुनिंदा स्थायी फार्मासिस्टों को मलाईदार पद पर तैनाती दे रखी है, जबकि दूसरे फार्मासिस्टों के साथ भेदभाव कर रहे हैं। करीब तीन साल पहले डिप्टी सीएम ने निरीक्षण में सेंट्रल स्टोर में ढाई लाख रुपए की एक्सपायर दवाएं पकड़ने पर आरोपियों को हटाने के निर्देश दिए थे। फिर भी आरोपी आज भी वहीं हैं। इस मामले में लोहिया के निदेशक डॉ. सीएम सिंह से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मई 2022 में लोहिया का निरीक्षण किया तो सेंट्रल स्टोर से करीब ढाई लाख रुपए की एक्सपायर दवाएं पकड़ीं। उन्होंने जांच के आदेश दिए तो लोहिया संस्थान के एचआरएफ अध्यक...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.