लखनऊ, मार्च 9 -- ढोलक की थाप और फगुआ की गूंज के साथ महिलाओं ने जमकर फूलों की होली खेली। गोमती नगर के विश्वास खण्ड में आयोजित होली संगीत कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. करुणा पाण्डे की कृति होली के रंग कुमाऊं के संग का विमोचन भी किया गया। लोक संस्कृति शोध संस्थान और लखनऊ लिटरेरी क्लब की ओर से समारोह में होली गीतों की बयार बही। पद्मश्री डा. विद्याविन्दु सिंह ने पारम्परिक फाग गीतों को लोक संस्कृति की अमूल्य धरोहर बताया। रचनाकार डॉ. करुणा पाण्डे ने कहा कि समय के साथ हमारी कई समृद्ध परंपराएं लुप्त हो रही हैं। नई पीढ़ी फिल्मी गीतों के होली संगीत को तो जानती है किन्तु माटी के गीतों से दूर होती जा रही है। इस कृति में कुमाऊं अंचल की खड़ी होली, बैठकी होली और महिला होली की परम्परा के 123 गीतों को सहेजने का प्रयास किया है। कार्यक्रम में उत्तर प्रदे...