लखीसराय, जुलाई 2 -- रामगढ़ चौक, एक संवाददाता। फाइलेरिया एवं कालाजार जैसी संक्रामक बीमारी का इलाज अब गांव के लोगों को उनके द्वार पर ही मिलेगा। जिसके लिए मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग एवं पिरामल के सहयोग से ग्रामीण चिकित्सक को एक दिवसीय प्रशिक्षण गया है। रामगढ़चौक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ कंचन कुमार ने बताया के ग्रामीण चिकित्सक प्रशिक्षण लेने के बाद गांव के लोगों को इस संक्रामक बीमारी के प्रति जागरूक करने के साथ कालाजार का इलाज भी करेंगे। इस प्रशिक्षण से स्वास्थ्य विभाग को फाइलेरिया एवं कालाजार उन्मूलन मजबूती से कदम बढ़ाने में सहयोग मिलेगा। ग्रामीण चिकित्सक को प्रशिक्षण देते हुए जिला के प्रोग्राम हेड राहुल कुमार ने बताया कि फाइलेरिया, जिसे हाथीपांव भी कहा जाता है, एक परजीवी रोग है जो धागे जैसे कृमि (नेमाटोड) के कारण होता है। यह रोग...