नई दिल्ली, नवम्बर 7 -- मनोविज्ञान की छात्रा होने के नाते प्रतिका रावल को थोड़ी समझ है कि मानव मस्तिष्क किस तरह काम करता है और उनकी अंतरात्मा से उन्हें महसूस हुआ कि विश्व कप नॉकआउट में उनकी जगह लेने वाली शेफाली वर्मा फाइनल में कुछ खास करेगी। हालांकि प्रतिका टखने और घुटने की चोट के कारण अपने करियर के सबसे अहम दो मैच में खेलने से चूक गईं लेकिन उनका शेफाली के बारे में अंदाजा बिलकुल सही रहा। प्रतिका ने पीटीआई वीडियो से कहा, ''शेफाली को प्रेरणा की जरूरत नहीं है। फाइनल से पहले वह मेरे पास आई और बोली, 'मुझे सच में अफसोस है कि तुम नहीं खेल सकती' और मैंने उससे कहा कि कोई बात नहीं, ऐसी चीजें होती रहती हैं। मुझे लग रहा था कि वह उस दिन कुछ खास करेगी। '' प्रतिका ने टूर्नामेंट में 308 रन बनाए जिससे वह लौरा वोल्वार्ट (571), स्मृति मंधाना (434) और एशले गा...