वाराणसी, दिसम्बर 12 -- वाराणसी। अंतरराष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान (ईरी) के चांदपुर स्थित दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र में गुरुवार से स्पीड ब्रीडिंग पर तीन दिवसीय क्षमता-विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ। इसमें भारत, थाईलैंड और इंडोनेशिया के 14 प्रतिभागी शामिल हैं, जो स्पीड ब्रीडिंग, पौध प्रजनन और बीज उद्योग से जुड़े हैं। ईरी एजुकेशन प्रमुख डॉ. एनीलिन मनींगस ने मानव संसाधन निर्माण की आवश्यकता पर जोर दिया, जबकि भारत सरकार के कृषि जैव-प्रौद्योगिकी निदेशक डॉ. संजय कालिया ने कहा कि यह विविध फसलों में तेजी से नवाचार लागू करने का शक्तिशाली तरीका है। प्रजनन प्रमुख डॉ. विकास कुमार सिंह ने स्पीड ब्रीडिंग को जीनोम एडिटिंग और प्रेडिक्शन ब्रीडिंग जैसी उन्नत विधियों के साथ एकीकृत करने पर जोर दिया।
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