बागपत, फरवरी 8 -- अमीपुर बालैनी गांव मे एक किसान ने फांसी के फंदे पर झूलकर जान दे दी। परिजनों के अनुसार हिंडन नदी की बाढ के पानी और अवारा पशुओ द्वारा लगातार फसल बर्बाद किये जाने के चलते वह कर्ज के बोझ तले दब गया था जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुँची पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिया। अमीपुर बालैनी गाँव निवासी 65 वर्षीय दलित किसान जीतराम पुत्र बुधराम अपनी 6 बीघा जमीन मे खेती बाड़ी कर परिवार का पालन पोषण करता था। शनिवार की सुबह कमरे मे जीतराम का शव परिजनो को फांसी के फंदे पर लटका मिला जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। सूचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल कर शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। बताया जा रहा है कि किसान की जो छह बीघा खेती की जमीन थी वह हिंडन किनारे थी और पिछल...