कानपुर, दिसम्बर 23 -- अन्ना गोवंश की विकराल होती समस्या से किसानों को निजात नहीं मिल पा रही है। जहां अफसर घरों में रूम हीटर की गर्मी ले रहे हैं। वहीं कड़ाके की सर्दी में किसान अन्ना गोवंश से फसलों की रखवाली के लिए खेतों में बने मचानों पर डेरा डालने को मजबूर है। वहीं रात में लाठी डंडा व टार्च लेकर खेतों के चक्कर काटने को विवश हो रहे हैं। जिले में इस समय 95 गौआश्रय गृहों मे 10933 गोवंश संरक्षित बताए जा रहे हैं। वहीं करीब दस हजार गोवंश अभी भी अन्ना घूम रहे हैं। कड़ाके की सर्दी में अन्ना गोवंश आम लोगों के साथ ही किसानों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत बने हैं। इनसे फसलों को बचाने के लिए किसानों की रातों की नीद हराम हो रही है। खेतों में बने मचानों पर डेरा डालने के साथ ही अन्ना गोवंश को भगाने के लिए किसान सर्द रातों में टार्च व लाठी डंडे लेकर खेतों के चक्...
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