एटा, मार्च 12 -- हाईस्कूल की परीक्षा पास कराने के लिए भाड़े पर लड़के बुलाए गए थे। दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रहे युवक यह नहीं बता सके कि उनको इसके बदले में कितना पैसा दिया गया। परीक्षा में बैठने के लिए स्कूल संचालक की प्रमुख भूमिका थी। प्रवेश पत्र पर दूसरे का फोटो भी सत्यापित कर दिया गया था। पुलिस ने चारों आरोपियों को जेल भेज दिया। सरकार की ओर से नकल पर शिकंजा कसने के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए थे। इन कैमरों की देखरेख के लिए कंट्रोल रुम बनाया गया था। परीक्षा केंद्र पर होने वाली गतिविधि की जानकारी हो सके। नकल माफिया ने नकल के तरीको को ही बदल दिया। बोल-बोलकर एवं पर्ची से होने वाली नकल पर अंकुश लगा दिया। परीक्षार्थी को पास कराने लिए दूसरे तरीके अपना लिए गए। नकल के लिए पहले से प्रदेश भर में बदनाम एटा एक फिर से सुर्ख...