संभल, मई 21 -- जनपद में सामने आए अंतरराज्यीय फर्जी बीमा घोटाले में रोज नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब इस मामले की जांच की आंच दिल्ली तक पहुंच गई है। जांच में यह बात सामने आई है कि दिल्ली नगर निगम और एक प्रतिष्ठित सरकारी अस्पताल की भूमिका भी इस घोटाले में संदिग्ध हो सकती है। पुलिस की जांच में पता चला है कि दिल्ली के शक्तिनगर निवासी त्रिलोक कुमार की असली मृत्यु 19 जून 2023 को हुई थी, जिसके लिए नगर निगम ने उसी दिन आधिकारिक मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी किया था। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इसके छह महीने बाद, 25 दिसंबर को त्रिलोक के नाम पर दो बीमा पॉलिसी कराई गईं और 27 दिसंबर को जीबी पंत अस्पताल में हार्ट अटैक से मृत्यु दिखाकर एक नया मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया गया। इस पूरे घटनाक्रम में यह स्पष्ट हो गया है कि गिरोह ने पहले असली मृत्यु...