जमुई, मई 22 -- जमुई, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। फर्जी जाति और आवासीय प्रमाण पत्र पर साधन सेवी के रूप में तैनात सुमन सौरभ पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जब मामला डीएम अभिलाषा शर्मा के संज्ञान में आया तो उन्होंने जांच का आदेश दिया था। लगा कि निष्पक्ष जांच होने के बाद बड़ी कार्रवाई होगी। पर अब तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। पहले जांच में तो जांच अधिकारियों की कृपा सुमन सौरभ पर खूब हुई और जांच अधिकारी ने उन्हें क्लीन चिट दे दिया। दरअसल सितंबर 2012 में सौरभ शेखर साधन सेवी के रूप में जमुई में आवेदन दिया था और उन्हें अनुबंध पर बहाल किया गया। आवेदन में फर्जी जाति और आवासीय प्रमाण पत्र संलग्न गया था। इस बात को लेकर प्रीति विश्वकर्मा ने शिकायत किया था। न्यायालय तक जाने की बात कही थी। सुमन सौरभ का घर नालंदा जिला के हिलसा में है। उनके द्वारा अनुबंध पर बहाली ...