नई दिल्ली, मई 12 -- यूपी में रेलवे संपत्ति की चोरी में आरोपी फर्जी नाम और पते से न केवल कोर्ट में पेश हुआ, बल्कि करीब एक माह जेल में भी रहा, तब उसका असली नाम और पता सामने आया। अब एनईआर गाजीपुर की आरपीएफ को उसके जमानतदारों की तस्दीक को कहा गया है। इसमें आरपीएफ की लापरवाही मिली है। गाजीपुर में बीते साल रेल संपत्ति चोरी हुई थी। गाजीपुर की आरपीएफ ने ही 17 नवंबर 2024 को मुकदमा दर्ज किया था। इसमें बीते 26 मार्च को कथित तौर पर एक युवक को पकड़ा गया। गिरफ्तारी के बाद आरपीएफ की ओर से कोर्ट में पेश दस्तावेज में उसका नाम सूरज राजभर निवासी बेलनाडीह (कोतवाली) आजमगढ़ दर्शाया गया था। उसे वाराणसी स्थित एनईआर के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया गया। इसी नाम और पते के आधार पर उसे जेल भेजा गया। करीब एक माह बाद मामला तब खुला, जब गाजीपुर के म...