गोरखपुर, जुलाई 17 -- गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता फर्जी दस्तावेज पर आईसीआईसीआई सहित कई बैंकों से करीब पांच करोड़ का ऋण लेकर चूना लगाने वाले रुद्रांश पांडेय केस की फाइल एक बार फिर खुल गई। दरअसल, इसमें नगर निगम में फर्जी तरीके से नाम चढ़ाए जाने का मामला भी सामने आया था और पत्राचार के बाद फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। अब पुराने केस की समीक्षा के दौरान चार्जशीट न लगने की वजह से इस पर एसपी सिटी की नजर पड़ गई। पुलिस अब तक मिले साक्ष्यों के आधार पर जांच आगे बढ़ाएगी। रुद्रांश की पैठ इस कदर थी कि दो प्राइवेट बैंकों से दो करोड़ से अधिक का ऋण लेने और उसे नहीं चुकाने के बावजूद उसने दूसरे बैंकों में जालसाजी की पटकथा तैयार कर ली। पुलिस ने उसका पूरा काला चिट्ठा बैंक के सामने रख दिया है, लेकिन अपनों की गर्दन फंसती देख बैंक प्रबंधन ने ही कदम पीछे ख...