संभल, दिसम्बर 8 -- बबराला में पंजीकृत गंगा ट्रेडिंग कंपनी द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जीएसटी पंजीकरण लेकर सरकार को कई करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान पहुंचाने का मामला उजागर हुआ है। वाणिज्य कर विभाग की गहन जांच में फर्म का कोई वास्तविक व्यापारिक अस्तित्व नहीं पाया गया। जांच पूरी होने पर विभाग ने फर्म का पंजीकरण निरस्त कर 1.31 करोड़ कर एवं अर्थदंड की मांग निर्धारित की है। विभागीय जानकारी के अनुसार फर्म ने पंजीकरण के समय मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी और मंडी समिति की रोकड़ रसीद को व्यापार स्थल प्रमाण के रूप में प्रस्तुत किया था। संदेह होने पर संयुक्त आयुक्त के निर्देश पर 9 नवंबर 2020 को मंडी परिसर में जांच कराई गई। यहां न तो फर्म की दुकान या गोदाम मिला और न ही किसी प्रकार की व्यापारिक गतिविधि के साक्ष्य मिले। मंडी समिति ने स्पष्ट किया कि लाइस...