रांची, अप्रैल 21 -- झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से 23 करोड़ के फर्जी तरीके से निकासी के मामले में ईडी ने मनी ट्रेल की जांच की है। ईडी की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। ईडी ने जांच में पाया है कि केस में मुख्य आरोपी विभाग के कैशियर संतोष कुमार ने तकरीबन सात करोड़ रुपये शेयर बाजार में निवेश किए। वहीं, संतोष कुमार ने अपने व अपनी कंपनी मेसर्स रॉकड्रिल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट के खाते में 23 करोड़ रुपये से 12 करोड़ रुपये विभागीय इंजीनियरों को बांटे।फर्जी बिल पर 10 प्रतिशत दिया कमीशन संतोष ने ईडी को बताया है कि शुरुआत में छह चेक के जरिए दो करोड़ 71 लाख 62533 लाख रुपये उसने अपने व अपनी कंपनी के खातों में ट्रेजरी के जरिए जमा कराए। फर्जी बिल पास करने के एवज में ट्रेजरी अफसर मनोज कुमार, हेड क्लर्क शैलेंद्र कुमार ने 10 प्रतिशत का कमी...