भागलपुर, अगस्त 9 -- भागलपुर, कार्यालय संवाददाता। जिले में यातायात पुलिस की टीम ने महज एक साल के दौरान 166 नंबर टेंपरिंग का मामला पकड़ कर कार्रवाई की है। वाहनों में लगातार नंबर टेंपरिंग के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब एक नई पहल की जा रही है। इसके तहत गाड़ी के कागजात की जांच करने से पहले अधिकारी सीधे वाहन के मालिक को फोन लगाएंगे। एक कॉल से ऑन द स्पॉट मामला सुलझ जाएगा कि गाड़ी का असली मालिक कौन है और गाड़ी का सही नंबर क्या है। दरअसल, इस तरह के मामले को देखते हुए परिवहन विभाग ने भी सख्ती कर दी है। अब बिना मोबाइल नंबर के एक भी कागजात अपडेट नहीं हो पा रहा है। मसलन प्रदूषण प्रमाण पत्र, ऑनर बुक, फिटनेस, ड्राइविंग लाइसेंस समेत अन्य किसी भी काम करवाने के लिए पहले मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करना अनिवार्य कर दिया गया है। क्या है नंबर टेंपरिंग का मामला गाड...
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