फरीदाबाद, जून 1 -- स्मार्ट सिटी में प्रदूषण छोड़ने वाले वाहनों की निगरानी अब सीसीटीवी कैमरे से भी की जाएगी। कैमरे में कैद यातायात नियमों को तोड़न वाले वाहनों के कागजात की जांच में अगर प्रदूषण और बीमा सर्टिफिकेट नहीं पाए गए तो उसका चालान किया जाएगा। स्मार्ट सिटी को औद्योगिक नगरी के रूप में भी जाना जाता है। शहर स्थित करीब 25 हजार छोटी-बड़ी औद्योगिक इकाइयों में आठ लाख से अधिक कामगार कार्यरत हैं। इसके अलावा शहर में पांच सौ से अधिक सरकारी गैर-सरकारी कार्यालय हैं। वहां भी एक लाख से अधिक लोग कार्यरत हैं। इनमें से अधिकांश अपने वाहनों से गंतव्य की ओर आवागमन करते हैं। ऐसे में देखा जाता है कि अधिकांश वाहन सड़क पर धुंआ छोड़ता दौड़ता है। इसके अलावा कई ऐसे होते हैं, जिनके पास प्रदूषण सर्टिफिकेट नहीं होता। बावजूद वह पुलिस की नजर से बच निकलने में कामयाब ...