कुशीनगर, दिसम्बर 17 -- कुशीनगर, वरिष्ठ संवाददाता। विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट दिनेश कुमार की अदालत के प्रयासों से आखिरकार फरार दरोगा ने दस साल बाद मंगलवार को न्यायालय में सरेंडर कर दिया। उसकी गिरफ्तारी को लेकर अदालत ने डीजीपी तक कोई कई बार पत्र लिखा मगर पुलिस उदासीन बनी रही। अदालत ने कहा है कि इस गंभीर मामले में थानाध्यक्ष कसया को बीते 4 दिसंबर को तलब कर फरार आरोपी के बारे में प्रतिउत्तर देने का आदेश दिया गया था मगर वह न खुद उपस्थित हुए और न ही लिखित रूप से उपस्थित न होने की परिस्थितियों की जानकारी दी। यह कृत्य यह दर्शित करता है कि वह न्यायालय के आदेश की जानबूझकर के अवहेलना किये हैं। मामला कसया थाने में 2016 में दर्ज मुकदमे से संबंधित है। पीड़ित ने कसया थाने के दरोगा तौफिक अहमद के विरुद्ध 2 नवंबर 2016 को इस आशय का अभियोग पंजीकृत कराया था ...