पटना, फरवरी 12 -- फरवरी के दूसरे सप्ताह में ही मौसम का मिजाज तल्ख होते जा रहा है। इससे गेहूं की फसल पर संकट गहरा गई है। गेहूं और जौ की फसल के लिए अधिकतम 23 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है। पिछले कुछ दिनों से तापमान अधिकतम 26 से 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है। मौसम में तेजी से हुए बदलाव से किसानों को गेहूं की पैदावार कम होने की चिंता सताने लगी है। कृषि विशेषज्ञ पीके द्विवेदी का कहना है कि मौसम में बदलाव नहीं हुआ तो 120 से 135 दिन में पकने वाली गेहूं की प्रजातियों में 20 फीसदी तक पैदावार घट सकती है। पटना जिले में एक लाख 32 हजार हेक्टेयर में गेहूं की फसल बोई गई है। जिस प्रकार से फरवरी के दूसरे हफ्ते में मौसम ने अपने तेवर को दिखाए हैं, इसने किसानों की चिंता की बढ़ा दी है। तीन सालों में सबसे अधिक तापमान इस साल का रहा : विगत तीन ...