फतेहपुर, जून 30 -- फतेहपुर। मनुष्य के शरीर में पर्याप्त हीमोग्लोबिन की कमीं से कई बीमारियों का सामना करता है। ऐसे ही दोआबा की मिट्टी का भी हीमोग्लोबिन आधा रह गया है। परीक्षण की रिपार्ट में जीवांश कार्बन और नाइट्रोजन की भारी मात्रा में कमीं पाई गई है। जिसका सीधा असर फसल के उत्पादन पर पड़ेगा। हालांकि विभाग ने शेष छह पैरामीटर की जांच के लिए मिट्टी को भेजा है। नेशनल प्रोजेक्ट ऑन स्वायल हेल्थ एण्ड फीर्टीलिटी के तहत मृदा नमूना एकत्रीकरण अभियान का लक्ष्य तय कर लिया गया था। जिसमें 13 ब्लॉकों की 260 ग्राम पंचायतों को चयनित कर 26 हजार खसरों से मिट्टी का नमूना लिया जाना था। खरीफ के सीजन में 18,200 करीब 70 फीसदी मिट्टी एकत्र कर लिया गया। जबकि शेष 30 फीसदी रबी की फसल में एकत्र किया जाएगा। मिट्टी का छह पैरामीटर में परीक्षण कर अन्य छह पैरामीटर की जांच क...